Thursday, August 13, 2009
नई दिल्ली। हिन्दी जगत के प्रख्यात हास्य कवि श्यामलाल शर्मा उर्फ माहिर उर्फ अल्हड़ बीकानेरी का नोएड़ा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे।
राम शेवालकर
नागपुर। प्रतिष्ठित मराठी साहित्यकार प्रो. राम बालकृष्णन शेवालकर का दिल की धड़कन बदं हो जाने के कारण निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। उन्होंने करीब 50 पुस्तकें लिखी। वह नौ वर्षों तक विदर्भ साहित्य संघ के और दो बार अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष रह चुके हैं।
शोभाराम श्रीवास्तव
भोपाल। जनसम्पर्क विभाग के उप संचालक पद से सेवानिवृत्त साहित्यकार श्री शोभाराम श्रीवास्तव का 27 जुलाई को निधन हो गया। वे लगभग 77 वर्ष के थे।
आचार्य को पितृ-शोक
भोपाल। प्रसिद्ध गीतकार एवं चिकित्सक डाॅ. रामवल्लभ आचार्य के पिताश्री पं. बृजवल्लभ आचार्य का 15 जुलाई को अल्प बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे। श्री आचार्य श्रीराधावल्लभलालजी मन्दिर के मुखिया थे। डाॅ. आचार्य का पता ‘ई-3/325, अरेरा काॅलोनी, भोपाल -462016’ है।
दीक्षित को पत्नी-शोक
भोपाल। वरिष्ठ पत्रकार श्री कमल दीक्षित की धर्मपत्नी एवं राज एक्सप्रेस के समाचार सम्पादक श्री गीत दीक्षित की माताजी श्रीमती उर्मिला दीक्षित का अल्प बीमारी के बाद 11 जून को भोपाल में निधन हो गया। वे 63 वर्ष की थीं। अन्येष्टि होशंगाबाद में नर्मदा तट पर की गई।
सीताकिशोर खरे
सेवढ़ा। सुपरिचित रचनाकार श्री सीताकिशोर खरे का गत 24 जून को निधन हो गया। 3 दिसम्बर 1935 को जन्में 73 वर्षीय श्री खरे अनेक पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत किये गये थे।
राजेश उपाध्याय
भोपाल। युवा रचनाकार श्री राजेश उपाध्याय का 27 जून को अल्पायु में निधन हो गया। 5 अपै्रल 1964 को जन्में श्री उपाध्याय ने हास्य व्यंग्य के क्षेत्र में मंच पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई थी। उन्हें 1994 का जीवनलाल विर्मा विद्रोही सम्मान प्रदान किया गया था।
Tuesday, November 25, 2008
`बयान´ पर नरेश मेहता की कविता
Wednesday, November 19, 2008
विश्वेन्द्र मेहता घायल
राजेन्द्र जोशी के पैर में मोच
भोपाल। अपने घर की सीढ़ियों से फिसलने के कारण श्री राजेन्द्र जोशी के पैर में मोच आ गई है। उपचार के दौरान तलुवों में फफोलों के कारण उन्हें चलने-फिरने में तकलीफ है। इन दिनों उनका अधिकतर समय घर में ही गुजर रहा है। उनका पता है-47, पत्रकार कॉलोनी, सपे्र मार्ग, भोपाल।
किंजल्क का ऑपरेशन 30 को सेवानिवृत्ति
भोपाल। वरिष्ठ रचनाकार एवं आकाशवाणी भोपाल के कार्यकम अधिकारी श्री जगदीश किंजल्क ने गत दिनों अपनी आंखों का ऑपरेशन करवाया है। आंखों की तकलीफ के कारण पिछले कुछ समय से उनका लिखना पढ़ना प्रभावित हो रहा था। अब उन्हें काफी राहत है। आकाशवाणी में लम्बे समय तक कार्य करने के बाद वे 30 नवम्बर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। श्री किंजल्क सेवानिवृत्ति के बाद अपना पूरा समय साहित्य सेवा में लगाना चाहते हैं।
विभूति नारायण नये कुलपति
विभूति नारायण नये कुलपति
वर्धा। जाने माने साहित्यकार एवं उत्तरप्रदेश में पुलिस महानिदेशक रह चुके श्री विभूतिनारायण राय ने महात्मा गांधी अन्तरराष्टीय हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति पद का कार्यभार 29 अक्टूबर 2008 को ग्रहण कर लिया है। श्री राय भारतीय पुलिस सेवा के उत्तर प्रदेश कैडर के 1975 बैच के अधिकारी हैं। 28 नवम्बर 1951 में जन्में श्री विभूति नारायण राय का उपन्यास `शहर में कर्फ्यू´ काफी चर्चित रहा। इस उपन्यास का अनुवाद मराठी, अंग्रेज़ी, उर्दू, बांग्ला, कन्नड़ में भी हो चुका है। उनके अन्य चर्चित उपन्यास भी हैं, जो अनेक भाषाओं में अनूदित हो चुके हैं। उनके उपन्यास `तबादला´ को लन्दन का प्रतिष्ठित इन्दु शर्मा अन्तरराष्टीय कथा सम्मान भी प्राप्त हो चुका है। 1971 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी स्नातकोत्तर श्री राय को उल्लेखनीय सेवाओं के लिए राष्टपति का पुलिस पदक और अन्य पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने आजमगढ़ के पास अपने पैतृक गांव जोकहरा में सन 1993 में श्री रामानन्द सरस्वती पुस्तकालय की स्थापना की है।
Monday, November 17, 2008
मंडलोई को मातृ शोक
दिल्ली। समकालीन कविता के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर एवं आकाशवाणी के उपमहानिदेशक श्री लीलाधर मंडलोई की माताजी का देहावसान हो गया।